Artifacts
यह बहुत पुराना रामायण का ग्रंथ है।जब छपाई का तंत्र विकसित नहीं था,तब हस्तलिखित या लिथोग्राफी से ग्रंथ निर्माण किये जाते थे। तों यह ग्रंथ एक तों हस्तलिखित हैं और अंदर के में जो रेखाचित्र देखनें को मिलते हैं वो सब लिथो प्रिंट हो सकते हैं। जो भी हो लेकिन यह ग्रंथ पूरे भारत में करीबन ४०० साल पुराना हो सकता है। ज्येष्ठ तथा दृश्य कला लेखक, संग्राहक डॉ गजानन शेपालजी , मुंबई इनके पास यह दुर्लभ ग्रंथ हैं। डॉ.शेपालजी का खानदान पेशवेकालीन हैं। उनके संग्रह में यह ग्रंथ है।